संगीता सरदाना
विशेष संवाददाता ‘पुनर्वास’
दिल्ली के सुप्रसिद्द प्राचीन ऐतिहासिक
झण्डेवाला देवी मंदिर में शारदीय नवरात्र पर्व का विशेष आयोजन 26 सितंबर से शुरू
होकर 4 अक्तूबर
तक चलेगा। मंदिर समिति ने इस पावन पर्व को अत्यंत धूम-धाम से मनाने
के लिए व्यापक तैयारिया की हैं।
माता के मंदिर को इस खूबसूरती से सजाया है कि उसकी शान देखते ही बनती है।
हालांकि महामारी के बाद की चुनौतियों को देखते हुए इस बार भी दर्शनार्थियों को मंदिर में प्रवेश सरकारी दिशा निर्देशों के अनुसार ही दिया जाएगा। किसी प्रकार का प्रसाद, फूल अथवा अन्य भेंट चढ़ाने की इस बार भी इजाजत नहीं है।
कैसे करें मंदिर में प्रवेश
मंदिर में
प्रत्येक प्रवेश द्वार पर चरण पादुका स्टैंड बने हैं। जहाँ भक्त अपने जूते चप्पल
रख सकेंगे। मंदिर आने वाले भक्तों के वाहन खड़े करने के लिये रानी झांसी मार्ग
(पेट्रोल पम्प के पास) व फ्लैटिड फैक्ट्री परिसर में निःशुल्क पार्किंग की
व्यवस्था है। मंदिर में प्रवेश हेतु रानी झांसी मार्ग पर दो स्थानों से
व्यवस्था की गई है। एक सिंह द्वार से केवल आनँलाईन बुकिंग कयूआर कोड वाले भक्तों
के लिए और दूसरा सामान्य भक्तों के लिए। इसी प्रकार देशबंधु गुप्ता मार्ग से
फ्लैटिड फैक्ट्री होकर सामान्य भक्तों एवं क्यू आर कोड द्वारा गरूड द्वार से
सेवादार परिवारों के लिए व्यवस्था की गई है जिससे कम से कम समय
में दर्शन हो सके।
निकासी द्वार पर सभी को मिलेगा प्रसाद
यूं मंदिर में फूल माला, प्रसाद या अन्य कोई वस्तु लाना वर्जित है। लेकिन मंदिर की ओर से निकासी द्वार
से बाहर निकलने पर भक्तों को माँ के भंडारे का
प्रसाद दिया जायेगा। विभिन्न कीर्तन मंडलियां मंदिर परिसर में माँ का गुणगान कर, इस उत्सव को और
भी आनंददायक बनाए रखेंगी।
झंडेवाला मंदिर कि मान्यता इतनी है कि इस अवसर पर दिल्ली
और पड़ोसी राज्यों से ही नहीं दूर दूर से लाखों भक्त झण्डेवाली
देवी के दर्शन करने आते हैं। जिससे
वे अपनी व अपने परिवार के सुख-समृद्धि की कामना कर सकें। भक्त सुविधा से आ जा सकें और माँ के दर्शन करने में
अधिक समय ना लगे, इसके
लिए भी मंदिर परिसर और प्रवेश द्वारों पर विशेष प्रबंध किए गए हैं।
170 कैमरों से रहेगी सभी पर नज़र
वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुऐ सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर क्षेत्र में 170 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। जिनकी निगरानी पुलिस के सहयोग से विशेष रूप से बने एक कंट्रोल रूम से की जायेगी। इससे असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा सकेगी । मंदिर में होने वाले सभी कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण मंदिर के यू-टयूब चैनल के साथ फेसबुक पर भी किया जायेगा।