फ़िल्म संगीत के इतिहास का अनुपम संयोजन है कन्हैया लाल पाण्डेय का सिने राग एन्साइक्लोपीडिया

संगीत अध्येता विश्लेषक कन्हैया लाल पाण्डेय ने एक ऐसे एनसाइक्लोपीडिया की रचना की है, जिसमें  हिंदी फिल्मों के गीत, संगीत और रागों का समस्त इतिहास समा गया है।

कुल 5 खण्डों के इस अद्धभुत एनसाइक्लोपीडिया का उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने एक जून को लखनऊ राजभवन में विमोचन किया। इस अवसर पर कन्हैया लाल पाण्डेय  के साथ उनके परिवार के कुछ सदस्य भी उपस्थित थे।

इस एन्साइक्लोपीडिया में 1931 से 2020 के मध्य बनी 6200 हिन्दी फ़िल्मों के 20000  गीतों का सम्पूर्ण राग विश्लेषण है जो 9 कॉलम की तालिकाओं के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जिसमें गीत का मुखड़ा, फ़िल्म तथा उसका सेन्सर वर्ष, गायक कलाकार, गीतकार, संगीतकार, ताल, स्केल तथा गीतों में पहचाने गए रागों की क्रमानुसार उपस्थिति दर्शाई गई है ।

इस एन्साइक्लोपीडिया के खण्ड 1 एवं 2  संदर्भ संस्करण के रूप में हैं जिनमें विश्लेषण को गीतों के अंग्रेज़ी अकारादि क्रम में रखा गया है । इनमें, खण्ड 1 में से केतथा खण्ड 2 में एलसे ज़ेडसे प्रारम्भ होने वाले गीत हैं।  जिससे संगीत प्रेमियों एवं शोधकर्ताओं को यह गीत किस राग या रागों पर आधारित हैप्रश्न का उत्तर आसानी से मिल सके ।

खण्ड 3, 4 एवं 5 में सम्पूर्ण विश्लेषण में  पाए गए 174 रागों की अलग अलग तालिकाएँ हैं। प्रत्येक राग की तालिका के प्रारम्भ में राग के व्याकरण का संक्षिप्त परिचय भी दिया गया है । इन 3 खण्डों में ऊपर के उलटे प्रश्न अर्थात् इस राग पर आधारित गीत कौन से गीत हैंका उत्तर मिलेगा ।इस प्रकार खण्ड 3 में आभोगी से कालिंगड़ा तक 82 राग, खण्ड 4 में कामोद से नीलाम्बरी तक 41 राग तथा भाग 5 में पहाड़ी से ज़िला तक 51 रागों की तालिकाएँ हैं ।

इसके अतिरिक्त प्रत्येक खण्ड में कुछ विशिष्ट प्रकृति के गीतों की अलग अलग तालिकाएँ हैं जिनमें खण्ड 3 में प्रतिष्ठित शास्त्रीय गायकों द्वारा गाए गए गीत, ध्रुपद, हिन्दी रागमालिकाएँ, स्वतन्त्र आलाप, तराने, तिल्लाने, रवीन्द्र संगीत आधारित गीत, पारम्परिक बन्दिशें तथा पाश्चात्य शास्त्रीय संगीत पर आधारित गीत शामिल हैं।

इसी प्रकार खण्ड 4 में, बाल गीत, शास्त्रीय नृत्य प्रधान गीत,भक्ति गीत, त्योहारों पर आधारित गीत, भयानक गीत, अन्य भाषाओं की फ़िल्मों में प्रयुक्त हिन्दी गीत, लोरियाँ, नृत्य नाटिकाएँ, देश भक्ति गीत एवं ऋतुप्रधान गीत शामिल हैं ।

खण्ड 5 में लोक धुनों पर आधारित गीत, ग़ज़लें, सहित्यक हिन्दी एवं उर्दू गीत, मुजरा गीत, नग़मे, गीत, नव रस आधारित गीत, नज़्में, क़व्वालियाँ, सूफ़ी गीत, ठुमरियाँ तथा ठुमरी आधारित गीत तथा विवाह गीतों की तालिकाओं को शामिल किया गया है ।

5 खण्डों की हार्डबाउंड लैंडस्केप फ़ॉर्म में बनी यह एन्साइक्लोपीडिया अंग्रेज़ी में है तथा इसमें कुल 3300 पृष्ठ हैं। इन अद्धभुत और उपयोगी  पुस्तकों को संगीत शिल्प प्रकाशन लखनऊनर प्रकाशित किया है।

खण्ड 1 एवं 2 अमेजन पर बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। अन्य 3 खंड भी शीघ्र अमेजन पर उपलब्ध हो जाएँगे।

कन्हैया लाल पाण्डेय बताते हैं -  मुझे इस कार्य को पूरा करने में लगभग 16 वर्ष लग गए। जबकि इस कार्य की प्रेरणा मुझे मेरे मित्र एस. के. झा, ओएनजीसी. बड़ोदरा ने दी।

इसमें प्रत्येक गीत को संगीत के जानकारों की एक टीम द्वारा वाद्ययन्त्रों पर बजाने के उपरान्त उसके बेसिक या रूट नोट को पहचानने के बाद पूरे गीत में प्रयुक्त स्वरों के चलन से रागों की पहचान की गई है । इस टीम में इन्दिरा कला विश्वविद्यालय खैरागढ़ (छत्तीसगढ़) के एसोसिएट प्रोफ़ेसर (वोकल) डॉ. दिवाकर कश्यप, जबलपुर के शास्त्रीय गायक संजीव सिन्हा, कुलजीतसिंह, परशुराम पटेल एवं बृजेंद्र कुमार तथा कोलकाता के अरिंदम भट्टाचार्य शामिल हैं ।