स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ को गर्व के साथ मनाने के लिए भारत सरकार द्वारा 'आजादी का अमृत महोत्सव' पहल के साथ आगे बढ़ते हुए, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) संस्कृति मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संगठन, मंच से स्वतंत्रता की कहानियों का प्रसार करेगा। आगामी 12 अगस्त से 14 अगस्त के बीच तीन नाटकों का मंचन होगा। इस अवसर पर एनएसडी विभिन्न प्रख्यात रंगमंच निदेशकों व कलाकारों के साथ मिलकर जगदम्बा, बापू और पहला सत्याग्रही का मंचन करेगा। इस तीन दिवसीय समारोह में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी , कस्तूरबा गाँधी (बा) और अन्य किरदारों का आज़ादी की लड़ाई में योगदान दर्शाया जाएगा। साथ ही उन पलों से भी रूबरू कराएगा जो आज़ादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाते हैं।
एनएसडी द्वारा इस आयोजन का शुभारम्भ 12 अगस्त को शाम 6:30 बजे, एनएएसडी परिसर के अभिमंच ऑडिटोरियम में श्री अर्जुन राम मेघवाल, माननीय राज्य मंत्री (संस्कृति व संसदीय कार्य) द्वारा किया जाएगा। आज़ादी के इस महोत्सव की शुरुआत 'जगदम्बा' के मंचन से होगी जिसमें जानीमानी कलाकार रोहिणी हट्टंगड़ी द्वारा अभिनय किया जाएगा। इस नाटक का निर्देशन डॉ प्रतिमा कुलकर्णी द्वारा किया गया है। इसके अलावा 13 अगस्त को नाट्यमंडप पटना द्वारा 'बापू' और 14 अगस्त को एनएसडी रेपर्टरी द्वारा 'पहला सत्याग्रही' का मंचन होगा।
कब कौन सा नाटक
अभिमंच ऑडिटोरियम, शाम 6:30 बजे
12 अगस्त - जगदम्बा
13 अगस्त - बापू
14 अगस्त - पहला सत्याग्रही
संग्रामों और घटनाओं पर आधारित होंगे नाटक
एनएसडी चेयरमैन परेश
रावल ने कहा कि ' आज़ादी की
लड़ाई में संग्रामों और घटनाओं की अपनी प्रेरणा हैं, अपने संदेश हैं, जिन्हें आज का भारत आत्मसात कर आगे बढ़
सकता है। जन जन तक ये प्रेरणा पहुंचाने के लिए हमें अलग अलग माध्यमों का इस्तेमाल
करना होगा, ये मंच
इनमें से एक है। इन नाटकों में महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका के आंदोलन से लेकर
चंपारण, नमक
सत्याग्रह, असहयोग
आंदोलन, दांडी
मार्च भारत छोड़ो आंदोलन के साथ कस्तूरबा गाँधी का आज़ादी के प्रति योगदान
प्रदर्शित किया जाएगा। '
10 अगस्त से मिलेंगे पास, कोविड प्रोटोकॉल पर होगा अमल
महामारी को देखते हुए इस मंचन को दर्शकों के प्रति अनुकूल और सुरक्षित बनाने के लिए ख़ास इंतज़ाम किये जाएंगे। कार्यकारी निदेशक, एसोसिएट प्रोफेसर श्री दिनेश खन्ना ने बताया कि ' सोशल डिस्टेंसिंग के मद्देनजर ऑडिटोरियम की 50 प्रतिशत, लगभग 120 लोगों की नाटक देखने की व्यवस्था की गई है। गेट पर ही हाथ सेनेटाइज कराने के अलावा, टेम्प्रेचर चेक, मास्क अनिवार्य होंगे। इन नाटकों के लिए पास,10 अगस्त से निशुल्क एनएसडी परिसर से लिए जा सकते हैं। यह 'फर्स्ट कम - फर्स्ट सर्व', यानी पहले आने वालों को दिए जाएंगे। हर व्यक्ति को एक पास दिया जाएगा जिसमें अनुमति कुल दो लोगों के लिए होगी। '