प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विकास के साथ चलना चाहता है बिहार - नड्डा


जनता के जोश और उत्साह से यह पहले ही तय हो चुका है कि बिहार में एनडीए की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है- जगत प्रकाश नड्डा  


भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आज 26 अक्टूबर को बिहार में औरंगाबाद के गाँधी मैदान और पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में आयोजित विशाल रैलियों को संबोधित किया और कहा कि जनता के जोश और उत्साह से यह पहले ही तय हो चुका है कि बिहार में एनडीए की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है। बिहार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जारी विकास यात्रा के साथ चलना चाहता है, जंगलराज और अराजकता के साथ नहीं। मंच पर माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद, क्षेत्र के सभी प्रत्याशी और एनडीए के सभी नेतागण उपस्थित रहे। दोनों रैलियों में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।


श्री नड्डा ने कहा कि यह चुनाव बिहार के विकास का चुनाव है। जहां एक ओर भारतीय जनता पार्टी हर सभा में विकास और विकास कार्यों की चर्चा करती है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस-आरजेडी-माले गठबंधन का जातिवाद, परिवारवाद, क्षेत्रवाद, तुष्टिकरण की राजनीति और अराजकता का इतिहास रहा है। उन्होंने राजद की तेल पिलावन, लाठी भजावन रैली का जिक्र करते हुए कहा कि समाज को बाँट कर चुनाव लड़ने का इनका इतिहास रहा है लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार आने के बाद देश की राजनीतिक संस्कृति बदल गई है और विपक्ष को भी विकास पर चर्चा करने को मजबूर होना पड़ा है।


भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार द्वारा बिहार के विकास के लिए किये गए अथक प्रयासों की विस्तार से चर्चा करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 'प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 2015 में बिहार के लिए सवा लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की थी, तब विपक्ष ने इसका मजाक उड़ाया था क्योंकि चुनावी वादे कर उसे भूल जाना और जनता को गुमराह करना तो कांग्रेस-आरजेडी की पहचान है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अपने वादे के मुताबिक़ बिहार को 1.25 लाख करोड़ रुपये की सहायता तो दिए ही, अन्य योजनाओं में राज्य को 40,000 करोड़ रुपये और दिए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी जो बोलते हैं, उससे कहीं अधिक कर के दिखाते हैं। इतना ही नहीं, मेरे स्वास्थ्य मंत्री रहते बिहार के लिए 11 मेडिकल कॉलेजों की मंजूरी दी गई। औरंगाबाद के लिए भी मेडिकल कॉलेज का रास्ता साफ़ हो गया है।'


श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आगे बढ़ कर देश की 130 करोड़ जनता को कोविड-19 के खिलाफ निर्णायक जंग के लिए एकजुट किया। इतना ही नहीं, लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री जी ने मेडिकल इंफ़्रास्ट्रक्चर में देश को आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर किया। प्रधानमंत्री जी ने समय पर लॉकडाउन का निर्णय लेते हुए 130 करोड़ देशवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित की। लॉकडाउन की शुरुआत में जहाँ देश में एक भी डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल नहीं था, वहीं आज 1,500 से अधिक डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल्स हैं। इसी तरह आज लगभग 1,800 टेस्टिंग लैब्स हैं जहां रोजाना औसतन लगभग 12 लाख से अधिक टेस्टिंग हो रही है जबकि शुरुआत में हमारी क्षमता महज 1,500 टेस्टिंग प्रतिदिन की ही थी। लॉकडाउन की शुरुआत में जहां हम पीपीई किट, फेस मास्क और वेंटिलेटर के लिए आयात पर निर्भर थे, वहीं आज हम इसका निर्णय कर पा रहे हैं। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से आज प्रतिदिन चार लाख से अधिक पीपीई किट का उत्पादन हो रहा है, वेंटिलेटर्स का भी पर्याप्त मात्रा में देश में बन रहे हैं।


भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना संक्रमण काल में गरीब कल्याण योजना, आत्मनिर्भर भारत और गरीब कल्याण रोजगार योजना के माध्यम से आर्थिक चक्र को गति देते हुए देश के 80 करोड़ लोगों के सशक्तिकरण का बीड़ा उठाया। प्रधानमंत्री ने देश के 80 करोड़ लोगों को मार्च से नवंबर, अर्थात् दीपावली-छठ तक मुफ्त खाद्यान्न की व्यवस्था की है। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत जहां एक ओर एमएसएमई के लिए तीन लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया तो वहीं एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए एक लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया। गरीब कल्याण रोजगार योजना में बिहार के 32 जिले के प्रवासी मजदूरों को लाभ पहुँच रहा है। लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री ने 20 करोड़ महिला जन-धन खाता धारकों के एकाउंट में पांच-पांच सौ रुपये की तीन किस्तें अर्थात् प्रत्येक को 1,500 रुपये, तीन करोड़ दिव्यांगों, विधवाओं एवं बुजर्गों को हजार-हजार रुपये और उज्ज्वला योजना के तहत 8 करोड़ से अधिक महिलाओं को तीन मुफ्त गैस सिलिंडर के रूप में 13,000 करोड़ रुपये की आर्थिक मदद पहुंचाई। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को दो किस्तें इस दौरान दी गई। 'आज तक कांग्रेस, राजद और उसकी सहयोगी पार्टियों की सरकारें किसानों के नाम पर केवल राजनीति करती रही लेकिन किसानों के लिए कुछ नहीं किया। ये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हैं जिन्होंने स्वामीनाथन कमिटी की रिपोर्ट को लागू कर किसानों को लागत का डेढ़ गुना एमएसपी देने का प्रावधान किया, किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की और कृषि सुधारों के लिए क़ानून बनाए।'


जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है। बिजली देश के गाँव-गाँव, घर-घर पहुंची और हर घर में शौचालय, पीने का पानी और गैस कनेक्शन पहुंचाया जा रहा है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत बिहार में 66 लाख से अधिक शौचालयों का निर्माण हुआ। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गईबों के लिए दो करोड़ से अधिक घरों का निर्माण हुआ है। गरीबों के लिए वरदान साबित हो रही योजना ‘आयुष्मान भारत' से देश के लगभग 55 करोड़ लोगों का भविष्य सुरक्षित हुआ है। स्पष्ट है कि मोदी  है, तभी विकास मुमकिन है।


राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश बदला है और देश की तस्वीर भी बदली है। दुनिया के देशों का भारत को देखने के नजरिये में काफी बदलाव आया है। धारा 370 को जड़ से ख़त्म कर प्रधानमंत्री ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक और कच्छ से कामरूप तक देश को एक किया है। उन्होंने जल, थल, नभ - देश की हर सीमा सुरक्षित की है। अरुणाचल प्रदेश से गलवान घाटी तक सीमा पर सड़कों का निर्माण हुआ, ब्रिज बने हैं, एयरपोर्ट तैयार हुआ है और हाल ही में अटल टनल को भी राष्ट्र को समर्पित किया गया है। भव्य राम मंदिर के बनने का सपना भी साकार हुआ है।


श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है तो बिहार नितीश कुमार के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। एनडीए सरकार में बिहार में विकास की नई गाथा लिखी गई है। उन्होंने बिहार की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि अगर आप विकास की गति को और तेज करना चाहते हैं, इसकी धार को अवरुद्ध करना नहीं चाहते तो पुनः भारी मतों से एनडीए की सरकार बिहार में बनाएं।



आरजेडी पर हमला करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि ये राजद वाले वही लोग हैं जिन्होंने बिहार में 15 वर्षों के शासन में अराजकता फैलाई थी, गुंडागर्दी और अपहरण उद्योग से बिहार को बर्बाद कर दिया था और आज वही लोग कह रहे हैं कि रोजगार देंगे। अरे ये नौकरी देना तो दूर, लोगों की जमीनें तक हड़प जाया करते थे। इन्होंने बिहार के युवाओं को पढ़ाई और कमाई के लिए पलायन करने को मजबूर किया और आज कह रहे हैं कि रोजगार देंगे! ये आखिर किस मुंह से वोट मांगने आ रहे हैं? ये वही आरजेडी है जिसकी सरकार में गोपालगंज के दलित डीएम की गाड़ी से उतार कर हत्या कर दी गई थी। बिहार के वर्तमान डीजी पर आरजेडी के शासन में शहाबुद्दीन ने गोली चलाई थी और इसके बाद भी वह शान से घूमता रहा, अपराध को अंजाम देता रहा। किस तरह दो भाइयों और इस मामले के गवाह की शहाबुद्दीन ने निर्मम हत्या कर दी, इससे बिहार की जनता वाकिफ है। शहाबुद्दीन जेल की सलाखों के पीछे तब पहुंचा, जब राज्य में एनडीए की नितीश सरकार आई। ये भला बिहार का क्या विकास करेंगे? आरजेडी ने तो जाकर माले से गठजोड़ कर लिया जो विध्वंस के लिए जाना जाता है और जिसका बिहार के कई नरसंहार में हाथ रहा है। एक बात और, माले ने तो इस बार आरजेडी को ही हाइजैक कर लिया है। 19 सीटों पर तो माले गठबंधन में स्वयं ही चुनाव लड़ रही है, 10 सीटों पर उसके सहयोगी चुनाव लड़ रहे हैं और तकरीबन एक दर्जन सीटों पर माले अपने लोगों को आरजेडी के टिकट से चुनाव लड़ा रही है। ऐसी विध्वंसकारी ताकतें सत्ता में आई तो बिहार की क्या स्थिति होगी?


जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने धारा 370 को ख़त्म कर देश में ‘एक विधान, एक प्रधान और एक निशान’ के सपने को साकार किया तो राहुल गाँधी ने देश को ही कठघरे में खड़ा कर दिया। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत के खिलाफ राहुल गाँधी के बयानों का उपयोग किया। पूर्व में गृहमंत्री रहे कांग्रेस के एक और नेता पी चिदंबरम कहते हैं कि कांग्रेस सरकार आने पर फिर से धारा 370 को बहाल किया जाएगा। पता नहीं, राहुल गाँधी और चिदंबरम भारत के प्रतिनिधि हैं या पाकिस्तान के। एक और कांग्रेसी नेता शशि थरूर पाकिस्तान के मंच पर भारत की बुराई करते हैं और पाकिस्तान की बड़ाई। मणिशंकर अय्यर तो पाकिस्तान जाकर नरेन्द्र मोदी जी को हटाने में मदद करने की गुहार लगा चुके हैं। यदि देश में फिर से धारा 370 को बहाल नहीं होने देना है तो हर चुनाव में एनडीए को विजयी बनाना होगा।


भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि कुछ लोग चुनाव में षड्यंत्र रच रहे हैं। वे चाहते हैं कि एनडीए में सेंध लगे। वे नितीश कुमार को भला-बुरा बोलेंगे और प्रधानमंत्री की तारीफ़ करेंगे। लेकिन, याद रखियेगा, एनडीए एक है। भारतीय जनता पार्टी, जद (यू), हम और वीआईपी - यही एनडीए है। हमें भेद डालने वालों से भी सावधान रहना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि नितीश कुमार ने आरजेडी के साथ सरकार इसलिए तोड़ी क्योंकि राजद का अराजकता का चरित्र बदला नहीं था। नितीश कुमार समझ गए थे कि आरजेडी के साथ काम करेंगे तो बिहार कभी आगे नहीं बढ़ सकता। भाजपा-जदयू की एनडीए सरकार ने विगत तीन वर्षों में पुनः बिहार को प्रगति के पथ पर अग्रसर किया है।