वरना उस दिन क्या हश्र होता कह नहीं सकता- आशीष शर्मा


कुछ घटनाएँ और दुर्घटनाएँ ऐसी होती हैं जो भुलाए नहीं भूलतीं और ज़िंदगी भर के लिए सबब बन जाती हैं। ऐसी ही एक दुर्घटना जाने माने टीवी अभिनेता आशीष शर्मा की जिंदगी में भी घटी, जिसे याद कर वह आज भी सिहर उठते हैं। आशीष जहां स्टार प्लस के सीरियल ‘सिया के राम’ में राम के रूप में लोकप्रिय हुए। वहाँ ‘चन्द्रगुप्त मौर्य’ के चन्द्रगुप्त के रूप में भी उन्हें अच्छी लोकप्रियता मिली थी। इन दिनों ‘चन्द्रगुप्त मौर्य’ का प्रसारण दंगल टीवी पर हो रहा है। आशीष कहते हैं-‘’उन दिनों ‘चन्द्रगुप्त मौर्य’ की शूटिंग के लिए मैं करीब 25-30 फीट की ऊंचाई से एक रस्सी के सहारे दूसरी इमारत की ओर झूल रहा था। दोनों इमारतों के बीच करीब 50 फीट की दूरी थी। लेकिन तभी हवा का एक जबर्दस्त झौंका तेजी से आया। किसी को भी इस बात की कल्पना नहीं थी। ऐसे में मैं फिसलता हुआ एक दीवार से जा टकराया। लेकिन सौभाग्य से अपने पैर की मदद से मैं खुद को सीधे टकराव से बचाने में सफल हो गया। वरना उस दिन क्या हश्र होता कह नहीं सकता। लेकिन बड़े टकराव से बचने के बाद भी मैं हवा में लटक रहा था। पूरी टीम मुझे सुरक्षित रूप से नीचे उतारने में जुट गयी। तब कुछ देर बाद मुझे जैसे नीचे उतारा तो मेरे साथ सभी की जान में जान आई।“