टीआरपी में धार्मिक सीरियल आगे


पिछले करीब 20 बरसों से टीवी पर सास बहू और कुछ ऐसे ही सीरियल का कब्जा था। लेकिन लॉकडाउन अवधि में धार्मिक सीरियल ने बाज़ी मारते हुए, लगभग अन्य सभी सीरियल को पीछे छोड़ दिया है। यह सब बताता है कि असल में सास बहू टाइप सीरियल दर्शकों की पसंद नहीं थे। उन्हें तो असल में कुछ निर्माताओं और निजी चैनल्स ने दर्शकों पर ऐसे थोपा कि वे दर्शकों की मजबूरी बन गए। लेकिन अब लगता है कि कोरोना संकट काल में जब भी स्थितियाँ सामान्य होंगी तो एक बार फिर नए नए किस्म के धार्मिक सीरियल का नया दौर शुरू हो जाएगा। पिछले दिनों रामानन्द सागर के ‘रामायण’ ने तो सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ते हुए दूरदर्शन पर टीआरपी का नया कीर्तिमान बनाया ही था। इधर अब भी अन्य धार्मिक सीरियल टॉप 5 में अपनी बड़ी कामयाबी दर्ज करा रहे हैं। हाल ही में बार्क की 20 वें सप्ताह की जो रिपोर्ट आई है उसमें हिन्दी मनोरंजन चैनल्स में दूरदर्शन पर प्रसारित ‘श्रीक़ृष्ण’ नंबर वन सीरियल बन गया है। जबकि दूसरे पायदान पर दंगल चैनल पर प्रसारित ‘बाबा एसो वर ढूंढो’ है। उधर तीसरे पायदान पर ‘महिमा शनिदेव की’ है जो इन दिनों दंगल पर प्रसारित हो रहा है। उधर चौथे नंबर पर स्टार प्लस पर प्रसारित ‘महाभारत’ है, जिसका निर्माण सिददार्थ तिवारी ने किया है। फिर पांचवें पायदान पर दंगल पर प्रसारित वह ‘रामायण’ है जो पहले इमेजिन टीवी पर आती थी। दिलचस्प बात यह है कि इनमें से तीन सीरियल रामानन्द सागर और उनके परिवार द्वारा निर्मित हैं। उधर शहरी क्षेत्र की टीआरपी में भी ‘श्रीक़ृष्ण’ नंबर वन है। जबकि स्टार प्लस का  ‘महाभारत’ दूसरे, डीडी भारती का ‘विष्णु पुराण’ तीसरे, स्टार प्लस का ‘देवों के देव महादेव’ चौथे नंबर पर है। जो यह बताता है कि क्षेत्र कोई भी हो धूम धार्मिक सीरियल की है।