50 वां भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह रहेगा बेहद खास
दुनिया भर की फिल्मों का सबसे बड़ा मेला आज से गोवा में
प्रदीप सरदाना
गोवा में आज भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह आरंभ हुआ , जो 28 नवंबर तक चलेगा। यूं तो यह समारोह देश में हर वर्ष आयोजित होता रहा है लेकिन इस बार यह समारोह बेहद खास रहेगा। क्योंकि इस वर्ष यह समारोह अपने आयोजन के 50 समारोह पूरे करके अपनी स्वर्ण जयंती मनाने जा रहा है।
इस स्वर्ण जयंती फिल्म समारोह को कुछ अलग और आकर्षक बनाने के लिए सूचना प्रसारण मंत्रालय और फिल्म समारोह निदेशालय ने कुछ विशेष प्रबंध भी किए हैं। समारोह में कुल 76 देशों की लगभग 200 फिल्मों का प्रदर्शन होगा। संभावना है भारत के सबसे बड़े फिल्म समारोह को देखने के लिए देश विदेश से करीब 10 हज़ार लोग गोवा पहुंचेंगे। जिसमें भारतीय सिनेमा के दो दिग्गज अमिताभ बच्चन और रजनीकान्त भी शामिल हैं।
हमारा यह समारोह एशिया का पहला अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह है इसलिए इस बार एशिया की फिल्में भी समारोह का बड़ा आकर्षण रहेंगी। इसके लिए 'एशिया की आत्मा' के नाम से एक विशेष खंड रखा गया है जिसमें चीन, जापान, ताइवान, श्रीलंका और सिंगापोर की भी कुछ खास फिल्में दिखाई जाएंगी।
इस बार 50 वां आयोजन होने पर विश्व की 50 महिला फ़िल्मकारों की 50 फिल्में भी समारोह में हैं। साथ ही विभिन्न भाषाओं की कुल वे 12 प्रमुख फिल्में भी समारोह में प्रदर्शित होने जा रही हैं, जो इस वर्ष अपने प्रदर्शन के 50 वर्ष पूरे कर चुकी हैं।
समारोह की शुरुआत इतालवी फिल्म 'डिस्पाइट द फ़ौग' (कोहरे के बावजूद) से होगी। जिसका निर्देशन यूरोप के सर्वाधिक प्रतिष्ठित फ़िल्मकार गोरान पासकलयेविच ने किया है। जबकि समारोह की समापन फिल्म 'मार्घे एंड हर मदर' है। यह फिल्म भी इतालवी भाषा में है लेकिन इसका निर्देशन ईरान के विख्यात फ़िल्मकार मखमलबफ ने किया है। उधर समारोह के इंडियन पेनोरमा वर्ग में भारत की 26 फीचर फिल्म और 15 गैर फीचर फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी।
अमिताभ बच्चन को इस वर्ष दादा साहब फाल्के पुरस्कार मिलने की घोषणा हो चुकी है। इसलिए समारोह के फाल्के पुरस्कार विजेता खंड में अमिताभ बच्चन की 6 फिल्मों दीवार, शोले, ब्लैक,पा, पीकू और बदला का विशेष प्रदर्शन भी किया जाएगा। यह फिल्म समारोह यूं तो विशेष आमंत्रित व्यक्तियों, मान्यता प्राप्त फिल्म समीक्षकों, फिल्म प्रतिनिधियों के साथ टिकट खरीद कर आने वाले दर्शकों के लिए होता है। लेकिन भारतीय पेनोरमा की कुछ फिल्मों सहित कुछ अन्य भारतीय फिल्मों का प्रदर्शन सभी दर्शकों के लिए मुफ्त में भी रहेगा। इसके अंतर्गत वहाँ जोगर्स पार्क में 8 क्लासिक कॉमेडी फिल्में दिखाई जाएंगी। जिनमें चलती का नाम गाड़ी, पड़ोसन, अंदाज़ अपना अपना, हेरा फेरि, चेन्नई एक्स्प्रेस,बधाई हो और टोटल धमाल फिल्में हैं। वहीं मीरमार बीच पर सुपर-30, गली बॉय, उरी जैसी हिन्दी फिल्मों के साथ मराठी फिल्म आनंदी गोपाल, गुजराती फिल्म हेलारो, कोंकणी फिल्म नाचोम –इया कंपासा, तेलुगू फिल्म एफ-2 भी सभी आम दर्शक निशुल्क देख सकते हैं।
ऑस्कर पुरस्कार प्राप्त कुछ फिल्मों के साथ भारत में इस समारोह में स्वर्ण कमल पाने वाली कुछ फिल्मों का पुनरावलोकन भी फिल्म प्रेमियों के लिए विशेष आकर्षण रहेगा। जिसमें 1965 में पहला स्वर्ण कमाल पाने वाली फिल्म 'गेमपरालिया' भी है। साथ ही ऑस्कर प्राप्त 'द गॉड फादर' और 'साउंड ऑफ म्यूजिक' भी।
समारोह के 50 वें आयोजन के उपलक्ष में दक्षिण के सर्वाधिक लोकप्रिय कलाकार रजनीकान्त को इस वर्ष भारत सरकार एक 10 लाख रुपए के विशेष 'आइकन' पुरस्कार से सम्मानित करेगी। वहीं फ्रांस की अपने जमाने की सर्वाधिक लोकप्रिय अभिनेत्री इसाबेल हूपर्ट को भी लाइफटाइम एचीवमेंट अवार्ड से पुरस्कृत किया जा रहा है।