मनमोहन सिंह और कांग्रेस हमारी सेनाओं का अपमान करना और उनकी वीरता पर सवाल उठाना बंद करें - नड्डा


भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आज 22 जून को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा भारत-चीन सीमा विवाद के संदर्भ में दिए गए बयान पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने सोमवार को एक के बाद एक, सात ट्वीट करते हुए मनमोहन सिंह को कठघरे में खड़ा किया और उनको एवं कांग्रेस पार्टी को सेना का अपमान न करने की नसीहत दी।


जेपी नड्डा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का बयान केवल और केवल शब्दों की बाजीगरी है। दुर्भाग्‍य से, कांग्रेस पार्टी और उसके शीर्ष नेताओं के रवैये और उनकी करनी को देखते हुए कोई भी देशवासी उनके बयानों पर भरोसा नहीं करेगा। भाजपा अध्यक्ष ने मनमोहन सिंह को पहले अपनी पार्टी को समझाने की नसीहत देते हुए कहा कि ये वही कांग्रेस पार्टी है जिसने हमेशा हमारे सुरक्षाबलों पर सवाल किए हैं और उन्हें हतोत्साहित किया है। उन्होंने कहा कि समग्र भारत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर पूर्ण भरोसा करता है। 130 करोड़ भारतीयों ने परीक्षा की हर घड़ी में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को देखा है और परखा है कि किस तरह उन्होंने राष्ट्र और राष्ट्र हित को सदैव सबसे ऊपर रखा है।


राष्ट्रीय अध्यक्ष ने डॉ मनमोहन सिंह पर हमले की धार को और तेज करते हुए ट्वीट किया कि डॉ मनमोहन सिंह आज एकता की बात कर रहे हैं जो सही है लेकिन कागज पर लिखे उनके शब्द धरातल पर उनके व्यवहार से बिलकुल मेल नहीं खाते और साफ पता चल जाता है कि देश में एकता के माहौल को कौन बिगाड़ रहा है। उम्मीद है कि कम से कम उनकी अपनी कांग्रेस पार्टी में तो उनकी बात सुनी जायेगी। इस ट्वीट के साथ श्री नड्डा ने कांग्रेस सांसद राहुल गाँधी के ट्वीट की तुलना में देश के साथ खड़े रहने वाले अन्य विपक्षी पार्टी के नेताओं के ट्वीट साझा किया जिससे साफ पता चलता है कि जहां एक ओर राहुल गाँधी चीन के सामने भारत का अपमान कर रहे हैं तो अन्य विपक्षी पार्टियों के नेता चीन के खिलाफ एकजुट होकर देश के प्रधानमंत्री के साथ खड़े हैं।


मनमोहन सिंह को याद दिलाते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि डॉ मनमोहन सिंह उसी कांग्रेस पार्टी से हैं जिसने असहाय और बेचारों की तरह भारतवर्ष की 43,000 किलोमीटर की भूमि को चीनियों के सामने समर्पण कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार के दौरान देश ने बिना किसी लड़ाई के सरकार को रणनीतिक और भौगोलिक आत्मसमर्पण करते देखा है। बार-बार सेना को छोटा बताया गया, उन्हें हतोत्साहित किया गया। उन्होंने मनमोहन सिंह से सवाल पूछते हुए कहा कि जब आपके कार्यकाल के दौरान चीन के सामने हजारों किलोमीटर जमीन पर आत्मसमर्पण किया गया, क्या तब भी आपको देश की इतनी ही चिंता थी? काश! डॉ सिंह तब चीन के इरादों को लेकर इतने ही चिंतित होते जब उन्होंने बतौर प्रधानमंत्री भारत की हजारों किलोमीटर भूमि चीन के आगे समर्पित कर दी थी। चीन ने 2010 से 2013 के दौरान मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहते देश के विभिन्न भागों में 600 से ज्यादा बार घुसपैठ की थी।


राष्ट्रीय अध्यक्ष ने डॉ मनमोहन सिंह को यूपीए के दौरान पीएमओ की गरिमा की भी याद दिलाई। उन्होंने लिखा कि डॉ मनमोहन सिंह निश्चित रूप से विभिन्न विषयों पर अपने विचार साझा कर सकते हैं लेकिन प्रधानमंत्री के कार्यालय की जिम्मेदारियों पर नहीं। प्रधानमंत्री कार्यालय से यूपीए वाला सिस्टम साफ हो गया है, जहां सुरक्षाबलों का अपमान भी किया जाता था। उन्होंने कहा कि यूपीए ने अपने कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री कार्यालय का व्यवस्थित संस्थागत क्षरण किया। कांग्रेस के कार्यकाल में प्रधानमंत्री कार्यालय की गरिमा घटी और हमारी सशस्त्र सेनाओं का अपमान हुआ। एनडीए ने कांग्रेस के शासन के दौरान की कार्यसंस्कृति को बदल दिया है।


जे पी नड्डा ने अंत में कांग्रेस पार्टी और मनमोहन सिंह को एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक की याद दिलाते हुए कहा कि प्रिय डॉ. सिंह और कांग्रेस पार्टी, कृपया हमारी सेनाओं का बार-बार अपमान करना और उनकी वीरता पर सवाल उठाना बंद करें। आपने ऐसा एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भी किया था। विशेषकर ऐसी परिस्थितियों में आप कृपया राष्ट्रीय एकता की मूल भावना और उसके सही अर्थ को समझें। इसमें सुधार लाने में अब भी देरी नहीं हुई है।